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आज के समय में, हर कोई किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त है। जैसे कि बवासीर की समस्या होना। यह एक व्यापक बिमारी है, जो दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रभावित करती है। इस तरह की समस्या से पीड़त लोगों के लिए यह स्थिति एक दर्दनाक और कष्टदायक भी हो सकती है। हालाँकि, आम तौर पर इसके बहुत सारे इलाज विकल्प उपलब्ध हैं, पर बवासीर जैसी समस्या के लिए लेज़र और RFA उपचार अपनी प्रभावशीलता और अपने कम से कम आक्रमण की वजह से एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में उभर कर सामने आएं हैं। तो इस लेख के माध्यम से हम इसके डॉक्टर से जानेगे कि आखिर बवासीर क्या होता है? साथ ही लेज़र और आरएफए से बवासीर का दर्द रहित उपचार कैसे किया जाता है, इसके लक्षण, लागत और रोकथाम के कौन से तरीके होते हैं?
बवासीर क्या है?
बवासीर या पाइल्स की समस्या तब होती है, जब मलाशय या फिर गुदा के आसपास की नसों में सूजन आ जाती है। इस तरह की समस्या में काफी ज्यादा दर्द होता है और यह दर्द केवल शरीर को ही नहीं बल्कि दिमाग और जीवनशैली दोनों को प्रभावित करता है। दरअसल, यह दो प्रकार का होता है:
1. आंतरिक बवासीर
2. बाहरी बवासीर
बवासीर होने के मुख्य कारण क्या होते हैं?
1. कब्ज और कठोर मल का होना।
2. लंबे समय तक बैठकर काम करते रहना।
3. फाइबर की कमी वाली खुराक का सेवन करना।
4. गर्भावस्था।
5. मोटापा होना।
6. तनाव और कम पानी का सेवन करना।
बवासीर होने के सामान्य लक्षण
1. मल करते वक्त काफी ज्यादा दर्द और जलन का होना।
2. काफी ज्यादा खून आना।
3. गुदा क्षेत्र में गांठ या फिर सूजन का होना।
4. ज्यादातर खुजली और तकलीफ का होना।
लेज़र और आरएफए से बवासीर का दर्द रहित इलाज कैसे होता है?
आपको बता दें, कि लेज़र और आरएफए तकनीक के माध्यम से, आज के समय में, बवासीर का इलाज सुरक्षित, आधुनिक और प्रभावी तरीका माना जाता है, दरअसल, जिस में मरीज इलाज के सिर्फ कुछ ही घंटों बाद अपने घर पर वापस जा सकता है और साथ ही, वह बहुत जल्दी अपनी आम गतिविधियों में आ जाता है।
1. लेज़र उपचार:
आपको बता दें, कि हाई-एनर्जी लेज़र किरणें केवल सूजी हुई नसों पर ही काम करती हैं।
2. इस दौरान आसपास के टिश्यू यों को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है।
3. इस उपचार के दौरान कट, टांका और किसी भी तरह का कोई बड़ा घाव नहीं बनता है।
2. आरएफए उपचार:
1. इस प्रक्रिया के दौरान, रेडियो वेव्स की सहायता से नसों को सिकोड़कर एक सामान्य आकार में लेकर आया जाता है।
2. इस प्रक्रिया में खून बहने और साथ ही दर्द होने की संभावना बहुत ही कम हो जाती है।
3. आरएफए प्रक्रिया एक तेज़ और सुरक्षित प्रक्रिया होती है।
लेज़र और आरएफए उपचार की लागत
कृपया इस बात पर ध्यान दें कि उपचार की लागत शहर, बवासीर की स्टेज और अस्पताल के अनुसार अलग-अलग होती है।
1. इसकी लागत आम तौर पर, ₹28,000 से ₹75,000 के बीच होती है।
2. दरअसल, बहुत सारे अस्पताल कैशलेस बीमा और ईएमआई की सुविधा को भी प्रदान करते हैं।
बवासीर की समस्या के लिए राहत और रोकथाम के तरीके
इस तरह की समस्या को रोकने के लिए, कुछ तरीकों को अपनाया जा सकता है, जैसे कि
1. रोजाना 8 से 10 गिलास पानी को पीना
2. इस दौरान अपने रोजाना के आहार में फाइबर (सलाद, ओट्स दालें, फल) की मात्रा को बढ़ाना।
3. इस दौरान आप कब्ज जैसी समस्या से अपना बचाव करने के लिए इसबगोल या फिर लैक्टुलोज का इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. इस तरह की समस्या को कंट्रोल करने के लिए आप रोजाना 30 मिनट तक के लिए वॉक कर सकते हैं।
5. इस दौरान लंबे समय तक एक ही जगह पर न बैठे रहें।
निष्कर्ष:
आज के समय में हर कोई किसी न किसी समस्या पीड़ित है। बवासीर एक व्यापक बीमारी है, जो दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रभावित करती है। दरअसल, लोगों के लिए यह स्थिति एक दर्दनाक और कष्टदायक भी हो सकती है। बवासीर की समस्या तब होती है, जब मलाशय या फिर गुदा के आसपास की नसें सूज जाती है। किसी व्यक्ति को बवासीर की समस्या होना कोई शर्म की बात नहीं होती है। किसी व्यक्ति को बवासीर की समस्या होना कोई शर्म की बात नहीं होती है। आम तौर पर, इसका पुरे तरीके से इलाज लेज़र और आरएफए तकनीक के माध्यम से किया जा सकता है, जो कि एक सुरक्षित, आधुनिक और प्रभावी तरीका है। इस बीमारी का इलाज बिना किसी दर्द और बिना किसी लम्बी रिकवरी के किया जाना संभव है। अगर आपको या फिर आपके किसी करीबी को इस तरह की कोई समस्या है, तो आप लेज़र या RFA जैसे सुरक्षित और भरोसेमंद उपचारों को चुन सकते हैं और साथ में डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। अगर आप इसके बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप आज ही डॉ. वीजे कॉस्मेटिक सर्जरी एंड हेयर ट्रांसप्लांटेशन सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।