Face Lift Surgery Cost in Vizag, Andhra Pradesh, India | Best Rhytidectomy Surgery Centre
Free Video Consultation

Face Lift

FACE LIFT SURGERY IN INDIA

In this competitive era look of person matters a lot even it can become a ladder for the career in specific fields, this is the reason plastic surgery is getting common these days. People want to have immortal beauty and smarter look, that’s why facelift surgery in Andhra Pradesh is becoming common among people. A facelift is also called rhytidectomy that helps to improve your facial appearance and give you youthful look.

Book Your Appointment Now

    Fill This Form And Get A Free Consultation Session

    Refining facial aesthetic with cosmetic surgery, Botox, and skincare treatments at VJ Clinics.

    WHAT IS RHYTIDECTOMY OR FACE LIFT?

    It is the procedure that can easily remove your aging symptoms like wrinkles and sagging skin to give you youthful look by tightening the muscles in neck and face along with removal of excess skin. due to innovative procedure of cosmetic field now it becomes easy to alter your appearance and look younger for more years.

    Process of Facelift Surgery in Visakhapatnam

    • Before facelift surgery, your cosmetic surgeon examine and evaluate your overall health as only best health candidates can be ideal for the surgery
    • Even before surgery your surgeon discuss you’re after looks and ask about your expectations and all the decided changes are documented to prevent future records
    • This surgery is combined with the chin augmentation, liposuction, eyelid surgery and forehead lift for overall improvement
    • General Anastasia is given to the patient for painless and comfortable before starting the surgery. If the procedure is small like mini face lifting then there is not much need general anaesthesia
    • Then cosmetic surgeon, make incision starting from the hairline at temple than in a front ear, around the earlobe and behind the ear. This incision ends at the scalp area.
    • Then the excess skin is removed
    • The connective tissues and sagging muscles are tightened. Apart from this fatty deposits are also removed from beneath the neck and chin
    • At the end of surgery SUPERFICIAL MUSCULO APONEUOTIC SYSTEM of the patient’s face tightens and the incision is closed with sutures
    • A dressing is wrapped around the head and drains are attached to bulbs hanging on the neck, however, these bulbs are removed within 24 hours of surgery

    Recovery After Surgery

    • Stitches around the neck are removed in few days’ whereas the cultures in the scalp are removed in 7-10 days.
    • A patient may experience the discolouration and swelling of face after surgery but it gets vanish in two weeks. Patients are recommended to avoid the sun exposure
    • There can be mild scaring after surgery but these scars can be removed with various techniques like co2 laser treatment, skin resurfacing and scar remodelling
    • Even patient may feel numbness around the ear and face but there is nothing to worry as it gets vanish after sometime
    • Due to gradual healing process patient can notice actual results of surgery after a few months

    Types of Face Lift Surgery

    There can be following 8 common types of face lift surgeries

    • Cutaneous or skin only facelift
    • SMAS facelift
    • Deep plane facelift
    • Neck lift
    • Mid face lift
    • Mini face lift
    • Lifestyle lift
    • Thread or feather lift

    FAQS

    Candidates that have following issues can go for this surgery like
    1. Sagging in the middle of face
    2. Deep creases below the lower eyelid and along the nose extending to corner of mouth
    3. Loss skin tone in lower face and excessive fat deposits under the chin and jaw

    Patients that have age more than 20 can go for this surgery however generally people in the age of 40-50 opt this way to look younger. Your cosmetic surgeon generally evaluates that at particular age you could get desired results or not

    These procedures are performed with state of art so that undetectable results can be given after surgery. Surgeons by utilizing their experience, knowledge and artistic skills hide the scar by natural creases of face or may be in hair

    Facelift surgery cost in Vizag depends on the type of procedure taken by you and other factors like a selection of centre, surgeon, location or expectations. We offer this procedure at the justified prices

    No, as you will be given general anesthesia so you will not feel any pain or discomfort

    Related Posts

    Clear-skinned woman smiling, close-up portrait, cosmetic dermatology at VJ Clinics for skin rejuvenation.

    हाइपरपिग्मेंटेशन क्या है? इसके प्रकार, कारण, लक्षण और इलाज के बारे में, डॉक्टर से जानें

    Loading

    आज के समय में, हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या काफी लोगों को परेशान कर रही है। आम तौर पर, यह समस्या महिलाओं और पुरुषों दोनों में हो सकती है। बता दें, कि हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या से एक व्यक्ति को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, जिस में आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास का प्रभावित होना शामिल होता है। पर जो व्यक्ति इस तरह की समस्या से जूझ रहें हैं, दरअसल उनके लिए एक अच्छी खबर यह है, कि हाइपरपिग्मेंटेशन के लिए कई तरह के प्रभावशाली उपचार उपलब्ध हैं। अपनी त्वचा की सही देखभाल और डॉक्टर की सलाह से आप एक समान त्वचा का रंग प्राप्त कर सकते हैं। आम तौर पर, अगर आप या फिर आपके जानने वाला हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या का सामना कर रहा है, तो यह लेख आपके और उसके लिए फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, इस दौरान कई लोग सोचते हैं, कि आखिर यह हाइपरपिग्मेंटेशन होता क्या है? तो आइये लेख के माध्यम से इसके डॉक्टर से इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं और साथ ही इसके प्रकार लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।  हाइपरपिग्मेंटेशन क्या है? आपको बता दें कि हाइपरपिग्मेंटेशन एक तरह से, त्वचा से जुड़ी स्थिति है, जिस में आम तौर पर एक व्यक्ति की त्वचा का रंग काला सा हो जाता है। दरअसल, इस तरह की स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब मेलेनिन का काफी ज्यादा उत्पादन और जमाव त्वचा में होना शुरू हो जाता है, जो कि चमड़ी के रंग के लिए ज़िम्मेदार वर्णक होते हैं। आम तौर पर, काले धब्बों, दागों या फिर असमान रंग के रूप में एक व्यक्ति के चहरे पर हाइपरपिग्मेंटेशन नज़र आ सकता है। हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या कई कारणों से एक व्यक्ति को परेशान कर सकती है, जिसमें एक व्यक्ति का धूप में निकलना, हार्मोनल परिवर्तन, सूजन और कुछ दवाइयाँ शामिल होती हैं। आपको बता दें, कि हाइपरपिग्मेंटेशन के प्रकार में, मेलास्मा, उम्र के धब्बे और सूजन के बाद होने वाला हाइपरपिग्मेंटेशन शामिल होता है, आम तौर पर, जो त्वचा की चोटों या मुहांसों के बाद उत्पन्न होता है। हालांकि, हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या ज्यादा नुकसानदायक नहीं होती है, पर, यह एक व्यक्ति के आत्म-सम्मान को काफी ज्यादा प्रभावित कर सकती है।  हाइपरपिग्मेंटेशन के प्रकार क्या हैं? हाइपरपिग्मेंटेशन के मुख्य प्रकारों में शामिल हैं, जैसे कि  1. मेलास्मा 2. पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन  3. उम्र के धब्बे (लेंटिगाइन्स) 4. झाइयां  5. सूर्य के धब्बे 6. दवा-प्रेरित हाइपरपिग्मेंटेशन हाइपरपिग्मेंटेशन के कारण क्या है? आम तौर पर, एक व्यक्ति के चेहरे पर हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या मेलेनिन के काफी ज्यादा उत्पादन के कारण होती है। दरअसल, मेलेनिन का काफी ज्यादा उत्पादन कई कारकों की वजह से हो सकता है, जिसमें शामिल हैं, जैसे कि  1. ज्यादातर धूप में एक व्यक्ति का रहना।  2. हार्मोनल परिवर्तन काफी ज्यादा होना।  3. कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट होना।  4. आनुवंशिक कारक होना।  5. डॉक्टरी स्थितियां का होना।  6. कोल टार जैसे कुछ रसायनों के संपर्क में आना।  7. त्वचा की उम्र का बढ़ना।  हाइपरपिग्मेंटेशन के संकेत और लक्षण क्या है? हाइपरपिग्मेंटेशन के प्रकार और कारण के आधार पर इसके खास संकेत और लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, पर इसके आम संकेतों में शामिल हैं, जैसे कि  1. काले धब्बे या फिर धब्बे होना  2. एक व्यक्ति की असमान रंग की त्वचा होना  3. रंग में अंतर होना 4. एक व्यक्ति त्वचा की बनावट में परिवर्तन होना  5. समस्याओं के साथ में, आने वाले लक्षण 6. झाइयां का पड़ना।  हाइपरपिग्मेंटेशन का इलाज कैसे किया जाता है? आम तौर पर, हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या के इलाज में ज्यादातर, पेशेवर उपचार, बिना डॉक्टर के पर्चे से मिलने वाली दवा, घरेलू उपचार और एक व्यक्ति की जीवन शैली में महत्वपूर्ण बदलाव शामिल होते हैं। हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या से निपटने के कुछ प्रभावी तरीके इस प्रकार दिए गए हैं, जिस में शामिल हैं, जैसे कि  1. सामयिक उपचार।  2. रासायनिक छीलन। 3. लेजर उपचार।  4. सूर्य से अपनी त्वचा की सुरक्षा करें।  5. अपनी स्किन को खरोंचने या नोचने से बचें।  6. कोमल त्वचा देखभाल उत्पादों का इस्तेमाल करें।  7. नियमित त्वचा देखभाल करें।  8. त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लें।  9. स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखें।  निष्कर्ष हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या आज के समय में काफी लोगों को परेशान कर रही है। यह समस्या महिला और पुरुष दोनों को हो सकती है। हाइपरपिग्मेंटेशन एक तरह से, त्वचा से जुड़ी स्थिति है, जिस में एक व्यक्ति की त्वचा का रंग काला सा हो जाता है। हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्या कई कारणों से हो सकती है, जिसमें एक व्यक्ति का धूप में निकलना, हार्मोनल परिवर्तन, सूजन और कुछ दवाइयां शामिल होती हैं। हाइपरपिग्मेंटेशन के प्रकार में, मेलास्मा, उम्र के धब्बे और सूजन के बाद होने वाला हाइपरपिग्मेंटेशन शामिल होता है। इस समस्या के लगातार गंभीर मामलों में, पेशेवर मार्गदर्शन आवश्यक होता है। अपनी स्किन को धूप से बचाना, लक्षित ट्रीटमेंट का इस्तेमाल करना और रोजाना अपनी त्वचा की देखभाल करना जैसे सक्रिय कदम हाइपरपिग्मेंटेशन को कंट्रोल करने और इसे कम करने में मदद कर सकते हैं। अगर आपको भी हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी कोई समस्या है और आप इसका इलाज चाहते हैं, तो आप आज ही डॉ. वीजे कॉस्मेटिक सर्जरी एंड हेयर ट्रांसप्लांटेशन सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

    Read More »
    Women with hemorrhoids

    लेज़र और आरएफए से बवासीर का दर्द रहित उपचार, डॉक्टर से जाने इसके कारण, लक्षण, लागत और रोकथाम के तरीके

    Loading

    आज के समय में, हर कोई किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त है। जैसे कि बवासीर की समस्या होना। यह एक व्यापक बिमारी है, जो दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रभावित करती है। इस तरह की समस्या से पीड़त लोगों के लिए यह स्थिति एक दर्दनाक और कष्टदायक भी हो सकती है। हालाँकि, आम तौर पर इसके बहुत सारे इलाज विकल्प उपलब्ध हैं, पर बवासीर जैसी समस्या के लिए लेज़र और RFA उपचार अपनी प्रभावशीलता और अपने कम से कम आक्रमण की वजह से एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में उभर कर सामने आएं हैं। तो इस लेख के माध्यम से हम इसके डॉक्टर से जानेगे कि आखिर बवासीर क्या होता है? साथ ही लेज़र और आरएफए से बवासीर का दर्द रहित उपचार कैसे किया जाता है, इसके लक्षण, लागत और रोकथाम के कौन से तरीके होते हैं?  बवासीर क्या है? बवासीर या पाइल्स की समस्या तब होती है, जब मलाशय या फिर गुदा के आसपास की नसों में सूजन आ जाती है। इस तरह की समस्या में काफी ज्यादा दर्द होता है और यह दर्द केवल शरीर को ही नहीं बल्कि दिमाग और जीवनशैली दोनों को प्रभावित करता है। दरअसल, यह दो प्रकार का होता है: 1. आंतरिक बवासीर  2. बाहरी बवासीर  बवासीर होने के मुख्य कारण क्या होते हैं? 1. कब्ज और कठोर मल का होना।  2. लंबे समय तक बैठकर काम करते रहना।  3. फाइबर की कमी वाली खुराक का सेवन करना।  4. गर्भावस्था।  5. मोटापा होना।  6. तनाव और कम पानी का सेवन करना।  बवासीर होने के सामान्य लक्षण  1. मल करते वक्त काफी ज्यादा दर्द और जलन का होना।  2. काफी ज्यादा खून आना।  3. गुदा क्षेत्र में गांठ या फिर सूजन का होना।  4. ज्यादातर खुजली और तकलीफ का होना।  लेज़र और आरएफए से बवासीर का दर्द रहित इलाज कैसे होता है? आपको बता दें, कि लेज़र और आरएफए तकनीक के माध्यम से, आज के समय में, बवासीर का इलाज सुरक्षित, आधुनिक और प्रभावी तरीका माना जाता है, दरअसल, जिस में मरीज इलाज के सिर्फ कुछ ही घंटों बाद अपने घर पर वापस जा सकता है और साथ ही, वह बहुत जल्दी अपनी आम गतिविधियों में आ जाता है।  1. लेज़र उपचार:  आपको बता दें, कि हाई-एनर्जी लेज़र किरणें केवल सूजी हुई नसों पर ही काम करती हैं।  2. इस दौरान आसपास के टिश्यू यों को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है।  3. इस उपचार के दौरान कट, टांका और किसी भी तरह का कोई बड़ा घाव नहीं बनता है।  2. आरएफए उपचार: 1. इस प्रक्रिया के दौरान, रेडियो वेव्स की सहायता से नसों को सिकोड़कर एक सामान्य आकार में लेकर आया जाता है।  2. इस प्रक्रिया में खून बहने और साथ ही दर्द होने की संभावना बहुत ही कम हो जाती है।  3. आरएफए प्रक्रिया एक तेज़ और सुरक्षित प्रक्रिया होती है।  लेज़र और आरएफए उपचार की लागत कृपया इस बात पर ध्यान दें कि उपचार की लागत शहर, बवासीर की स्टेज और अस्पताल के अनुसार अलग-अलग होती है। 1. इसकी लागत आम तौर पर, ₹28,000 से ₹75,000 के बीच होती है। 2. दरअसल, बहुत सारे अस्पताल कैशलेस बीमा और ईएमआई की सुविधा को भी प्रदान करते हैं। बवासीर की समस्या के लिए राहत और रोकथाम के तरीके  इस तरह की समस्या को रोकने के लिए, कुछ तरीकों को अपनाया जा सकता है, जैसे कि  1. रोजाना 8 से 10 गिलास पानी को पीना  2. इस दौरान अपने रोजाना के आहार में फाइबर (सलाद, ओट्स दालें, फल) की मात्रा को बढ़ाना।  3. इस दौरान आप कब्ज जैसी समस्या से अपना बचाव करने के लिए इसबगोल या फिर लैक्टुलोज का इस्तेमाल कर सकते हैं।  4. इस तरह की समस्या को कंट्रोल करने के लिए आप रोजाना 30 मिनट तक के लिए वॉक कर सकते हैं।  5. इस दौरान लंबे समय तक एक ही जगह पर न बैठे रहें।  निष्कर्ष: आज के समय में हर कोई किसी न किसी समस्या पीड़ित है। बवासीर एक व्यापक बीमारी है, जो दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रभावित करती है। दरअसल, लोगों के लिए यह स्थिति एक दर्दनाक और कष्टदायक भी हो सकती है। बवासीर की समस्या तब होती है, जब मलाशय या फिर गुदा के आसपास की नसें सूज जाती है। किसी व्यक्ति को बवासीर की समस्या होना कोई शर्म की बात नहीं होती है। किसी व्यक्ति को बवासीर की समस्या होना कोई शर्म की बात नहीं होती है। आम तौर पर, इसका पुरे तरीके से इलाज लेज़र और आरएफए तकनीक के माध्यम से किया जा सकता है, जो कि एक सुरक्षित, आधुनिक और प्रभावी तरीका है। इस बीमारी का इलाज बिना किसी दर्द और बिना किसी लम्बी रिकवरी के किया जाना संभव है। अगर आपको या फिर आपके किसी करीबी को इस तरह की कोई समस्या है, तो आप लेज़र या RFA जैसे सुरक्षित और भरोसेमंद उपचारों को चुन सकते हैं और साथ में डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। अगर आप इसके बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप आज ही डॉ. वीजे कॉस्मेटिक सर्जरी एंड हेयर ट्रांसप्लांटेशन सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

    Read More »