Cosmetic Gynecology in India
Cosmetic Gynecology in India
Cosmetic gynaecology is a group of procedures that are life-changing for women. These procedures are cosmetic in nature, are done to improve the function or appearance and some time for both.
These procedures are also done to improve the intimate bond with the partner and even rejuvenates the emotional stability. Cosmetic gynaecology is mostly taken by the women after pregnancy to rejuvenate the gravitation of sexual intercourse.
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The Group of Procedures That Are Done Under Cosmetic Gynecology Are as Follows
Labiaplasty
This procedure has been done to correct the abnormal skin folds at the opening of the vagina. Females that face discomfort, irritation or tissue rubbing during the sexual activity, they go for the correction of their inner vaginal lips and removal of the excess skin. This procedure is done under the local anaesthesia to minimize the pain of resecting the tissues and suturing the labia minora or inner vaginal lips
Vaginoplasty in Visakhapatnam
After delivery, many women experience the vaginal relaxation due to the separation of muscles so they go for this procedure. In this surgical procedure vaginal shape, size and muscle tone is restored to improve the sexual experience of both partners. During the surgery after administering the anaesthesia, an incision is made through the back wall of the vagina and perineum and after that layer suturing of the kegel and outer muscles of perenium have been done.
Hymenoplasty (Hymen Repair)
In a few communities, the honour of girls depends on the hymen remaining impact before marriage so for restoring or bringing back the virginity of woman this procedure has been done. Hymenoplasty is called the hymen repairing in which by using the flap of vaginal lining broken hymen is reconstructed so that girls can have the vaginal bleeding during the intercourse after marriage which is a sign of their being virgin.
Surgery & Recovery Time
All the above procedures are done under the anaesthesia so that women can have painless and comfortable surgery. Duration of surgery varies depending upon the kind of procedure but on the average basis, each procedure can be of 30 minutes to 1 hour. After the surgery patient can get back home after 2-3 hours without any difficulty.
Patients can resume their routine activities after week but the strenuous activities and the intercourse must be avoided for at least 2 weeks. So for this procedure recovery period can be 2-3 weeks.
Cost of Cosmetic Gynecology Procedures in Andhra Pradesh
The cost of surgery may vary according to the procedure and the problem of the individual as the requirements can be different for different patients.
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क्या आपको भी लाल मुंहासों की समस्या है? इसके कारण और बचाव के तरीके जाने डॉक्टर से
मुंहासे को अंग्रेजी भाषा में एक्ने कहा जाता है, जो कि त्वचा की एक आम समस्या है। आमतौर पर जब चेहरे पर दाग-धब्बे या एक्ने की बात आती है, तो इसके होने के पीछे कई तरह के कारकों को जिम्मेदार ठहराया जाता है। जैसे की हार्मोनल बदलाव, ऑयली चीजों का बहुत ज्यादा सेवन करना, त्वचा की देखभाल न करना और इसके साथ ही धूल मिट्टी के संपर्क में बहुत ज्यादा रहना आदि। मुख्य रूप से यह समस्या युवाओं को परेशान करती है, पर इसके साथ हर उम्र के लोग कील मुंहासे से परेशान होते हैं। क्योंकि पिंपल या एक्ने के पीछे इतने सारे कारक जिम्मेदार होते हैं, इसलिए इन का इलाज भी तय नहीं होता है। आमतौर पर विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं, कि जब आपके चेहरे पर पिंपल या एक्ने हो, तो आप इनकी देखरेख और साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखें। क्या आप इसके बारे में जानते हैं, कि जैसे एक्ने या पिंपल हमारे चेहरे पर निकल सकते हैं, वैसे ही रेड एक्ने हमारे चेहरे की खूबसूरती को खराब कर सकते हैं। इस रोग का सीधा संबंध आपकी सुंदरता से होता है। सवाल यह है, कि आखिर रेड एक्ने क्या होते हैं? आमतौर पर रेड एक्ने को इंफ्लेमेटरी एक्ने भी कहा जाता है। दरअसल रेड एक्ने सूजे हुए और लाल दाने की तरह होते हैं, जो मुख्य रूप से लोगों के चेहरे पर दिखाई देते हैं। अब यह पर सवाल यह उठता है की आखिर रेड एक्ने क्यों होते हैं और इससे आप अपना कैसे बचाव कर सकते हैं? तो आइये इस लेख के माध्यम से इसके विशेषज्ञ से इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं। त्वचा पर रेड एक्ने होने के कारण 1. त्वचा के पोर्स का बंद होना आमतौर पर सभी लोग मानसून के दिनों में यह महसुस करते हैं, कि उस वक्त पसीना बहुत ज्यादा आता है और ऑयल प्रोडक्शन बढ़ जाता है। इसकी वजह से डेड सेल्स भी बढ़ने लग जाते हैं और इसके फलसरूप, त्वचा पर बैक्टीरिया बढ़ने लग जाता है। जिसकी वजह से चेहरे पर रेड एक्ने की समस्या होने लग जाती है। इन में आपको सूजे हुए दाने जैसे दिखाई दे सकते हैं और इसके साथ आपको कभी कभी इन रेड एक्नों में दर्द भी हो सकता है। 2. बैक्टीरियल इंफेक्शन आपको बता दें कि बैक्टीरियल इंफेक्शन भी रेड एक्ने की वजह होता है। दरअसल व्यक्ति को बैक्टीरियल इंफेक्शन होने के कारण त्वचा के पोर्स बंद हो जाते हैं। आमतौर पर इसके कारण त्वचा में सूजन की समस्या आ जाती है। अगर इस दौरान व्यक्ति की त्वचा गंदगी के संपर्क में आ जाए, तो स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ सकती है और चेहरे पर रेड एक्ने बहुत ज्यादा दर्दनाक साबित हो सकते हैं। इसके साथ आप इस बात का भी ध्यान रखें की इस तरह के एक्ने में जलन और खुजली की समस्या भी हो सकती है। 3. त्वचा की संवेदनशीलता दरअसल जिन लोगों की त्वचा बहुत ज्यादा सेंसिटिव होती है, उनको भी रेड एक्ने की समस्या हो सकती है। आमतौर पर इस तरह के लोगों को गंदगी के संपर्क में आने पर, केमिकल युक्त स्किन प्रोडक्ट इस्तेमाल करने पर या फिर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ स्किन प्रोडक्ट शेयर करने पर समस्या होने लग जाती है। इस तरह की स्थिति में उन को रेड एक्ने की समस्या हो सकती है। अगर वक्त रहते इन रेड एक्ने की समस्या पर ध्यान न दिया जाए, तो स्थिति और भी ज्यादा खराब हो सकती है। 4. हार्मोनल बदलाव आपको बता दें कि हार्मोनल बदलाव से शरीर में कई तरह के बदलाव देखे जाते हैं और इसके कारण कई तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि हार्मोनल बदलाव आमतौर पर रेड एक्ने का कारण बनता है। दरअसल महिलाओं में हार्मोनल बदलाव कई वजहों से हो सकते हैं, जैसे यौवन, मासिक धर्म, गर्भावस्था आदि। बता दें कि इन स्थितियों में महिलाओं की त्वचा सीबम ज्यादा पैदा करती है, जिसके कारण महिलाओं की त्वचा पर रेड एक्ने हो जाते हैं। इस तरह की स्थिति में त्वचा के पोर्स भी बंद हो सकते हैं और दानों में सूजन, जलन और इचिंग की समस्या भी हो सकती है। रेड एक्ने से कैसे करें बचाव निष्कर्ष चेहरे पर लाल मुहांसों की समस्या एक आम समस्या है। हार्मोनल बदलाव, ऑयली चीजों का बहुत ज्यादा सेवन करना, त्वचा की देखभाल न करना और धूल मिट्टी के संपर्क में रहना आदि इसका कारण माना जाता है। मुख्य रूप से यह समस्या युवाओं को ज्यादा परेशान करती है। विशेषज्ञों के अनुसार जब चेहरे पर पिंपल या एक्ने की समस्या हो, तो आपको इनकी देखरेख और साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए। त्वचा पर रेड एक्ने होने के कई कारण जैसे कि त्वचा के पोर्स का बंद होना, त्वचा की संवेदनशीलता, हार्मोनल बदलाव और बैक्टीरियल इंफेक्शन आदि होते हैं। इससे बचाव के लिए आपको अपनी त्वचा की देखरेख और साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ ही अपने खाने पीने का भी ध्यान रखें, ज्यादा तला हुआ और ड्रिंक्स का सेवन न करें। अगर चेहरे पर लाल मुहांसों की समस्या ज्यादा गंभीर हो गई है, तो इस स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपको भी चेहरे पर लाल मुँहासे की समस्या है और आप इस से बहुत ज्यादा परेशान हैं और आप इसका इलाज करवाना चाहते हैं, तो आप आज ही डॉ. वीजे हेयर ट्रांसप्लांट और कॉस्मेटिक सर्जरी सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके इलाज के बारे में जानकारी ले सकते हैं। अक्सर पूछे जाने वाले सवाल प्रश्न 1. रेड पिंपल को कैसे ठीक कर सकते हैं? आप अपने रेड पिंपल को सही करने के लिए कई तरह के घरेलू उपाय को अपना सकते हैं, जैसे कि खीरे को अपने प्रभावित हिस्से पर लगाएं। आमतौर पर इससे त्वचा हाइड्रेट होती है और पिंपल की समस्या भी दूर है। प्रश्न 2. किस कमी की वजह से चेहरे पर दाने होते हैं? बता दें कि चेहरे पर दाने कई कारणों की वजह से हो सकते हैं। इसमें हार्मोनल बदलाव, डस्ट के संपर्क में रहना आदि शामिल है। इसके अलावा विटामिन और पोषक तत्वों की कमी की वजह

क्या प्रोटीन की कमी के कारण बाल झड़ते हैं? डॉक्टर से जाने
आज के समय में कई लोगों के लिए बालों का झड़ना चिंताजनक और तनावपूर्ण हो सकता है। आम तौर पर अपने बालों को हेल्दी और मजबूत बनाए रखने के लिए आपको पोषण का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। आपको बता दें की शरीर में पोषक तत्वों की कमी की वजह से बालों की सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। आज के समय में बालों के झड़ने की समस्या कम उम्र से ही सबसे आम हो गई है। आम तौर पर लोगों के बालों के झड़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन लोगों की डाइट में पोषक तत्वों की कमी भी बाल झड़ने का एक कारण हो सकती है। ऐसा कहा जाता है की आपके शरीर में प्रोटीन की पूरी मात्रा न होने की वजह से आपके बाल झड़ सकते हैं। तो आइए इस लेख के माधयम से इसके बारे में जानकरी लेते हैं की क्या वाकई प्रोटीन की कमी से बाल झड़ सकते हैं और अगर ऐसा है तो इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए। प्रोटीन की कमी से क्या बाल झड़ते हैं? इस बात को सभी जानते ही हैं की प्रोटीन हमारे शरीर के लिए कितना जरूरी है। यह शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों में से एक है। आम तौर पर शरीर में इसकी कमी की वजह से लोगों का वजन कम होने से लेकर मांसपेशियों में कमजोरी समेत कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं। इसके इलावा अगर आपके बार बार बाल झड़ रहे हैं और आपके नाखून बार-बार टूट रहे हैं तो यह आपके आहार में प्रोटीन की कमी का पहला संकेत हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार प्रोटीन आम तौर पर बालों के विकास, निर्माण और मजबूती के लिए बहुत ज्यादा जरूरी होता है। असल में हमरे बाल कमजोर इसलिए होने लगते हैं क्योंकि शरीर में प्रोटीन की मात्रा घटने लगती है और इसके कारण ही बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। आम तौर पर प्रोटीन केराटिन नामक तत्व का निर्माण करता है जो बालों और नाखूनों के लिए बहुत जरूरी होता है। असल में केरेटिन बालों का एक मुख्य घटक होता है। आपको बता दें कि केरेटिन एक तरह का प्रोटीन ही होता है, जिसका काम बालों के निर्माण से लेकर उनकी हेल्थ को ठीक रखने तक का होता है। आम तौर पर शरीर में केरेटिन नामक प्रोटीन की कमी हो जाती है जिससे हमारे बाल पतले, बेजान और हमरे बालों में कमज़ोरी आ जाती है, जिसके कारण हमारे बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। शरीर में प्रोटीन की कमी के कारण आम तौर पर हमरे शरीर में प्रोटीन की कमी कई कारणों की वज़ह से हो सकती है, इसमें लोगों की असंतुलित डाइट भी शामिल है। आम तौर पर प्रोटीन की कमी के कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं, 1. अनहेल्दी डाइट: आज के समय में लोगों का खान पान बहुत ज़्यादा खराब हो गया है जिसकी वज़ह से उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इसके साथ ही अपनी डाइट में प्रोटीन से भरपूर फूड्स की कमी होने की वजह से आपको शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है। इससे शरीर में कमजोरी आ जाती है और आप कई तरह की गंभीर समस्याओं के शिकार हो जाते हैं। 2. शरीर की जरूरत के हिसाब से प्रोटीन न लेना: आपको बता दें कि नवजात शिशु, महिलाओं की गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान,उन्हें बहुत ज्यादा मात्रा में प्रोटीन की आवश्यकता होती है। अगर गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली महिलाएं अपनी डाइट के दौरान पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन नहीं करती हैं, तो उन महिलाओं में प्रोटीन की मात्रा कम हो जाती है। यहां तक कि यात्रा करने वाले व्यक्ति को भी प्रोटीन की अधिक आवश्यकता होती है। 3. बीमारियां: हालाँकि कुछ रोग और पेट से जुड़ी समस्याएं भी आमतौर पर प्रोटीन की आवश्यकता को बढ़ा सकते हैं। इस दौरान अगर आपके शरीर में प्रोटीन की मात्रा कम होने लगती है, तो आप बाल झड़ने की समस्या के शिकार हो सकते हैं। प्रोटीन की कमी से बचने के उपाय आप प्रोटीन की समस्या से अपना बचाव करने के लिए इन चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, जैसे कि 1. हाई प्रोटीन फूड्स: शरीर में प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए आप अपनी डाइट में प्रोटीन युक्त फूड्स को शामिल कर सकते हैं जैसे कि, दूध उत्पाद, दालें और सोया उत्पाद आदि। 2. प्रोटीन सप्लीमेंट्स: अगर आपकी डाइट में प्रोटीन की कमी है, या फिर आपको ऐसा लगता है कि आपकी डाइट में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मौजूद नहीं है तो आप डॉक्टर की सलाह पर प्रोटीन सप्लीमेंट्स को ले सकते हैं। 3. नियमित रूप से बालों की देखभाल: अगर आप अपने बालों की अच्छी सेहत को प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप नियमित तौर पर उनकी देखभाल करें, और अच्छे तरिके से इनकी मासाज करें और ज़्यादातर धूप में समय बिताएं। निष्कर्ष बालों की समस्या आज के समय में आम बन गई है। दरअसल शरीर में पोषक तत्वों की सही मात्रा न होने के कारण बाल झड़ने की समस्या होती है। आम तौर पर प्रोटीन की कमी बालों के झड़ने का एक महत्वपूर्ण कारण होता है। इसलिए इसको बिलकुल भी नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए। क्या आप भी बाल झड़ने की समस्या से जूझ रहे हैं, और ये समस्या गंभीर हो गई है और आप इसका इलाज ढूंढ रहें हैं तो आप आज ही डॉ. विजय एस कॉस्मेटिक सर्जरी और हेयर ट्रांसप्लांट सेंटर में जाके अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में बात कर सकते हैं।